Surya Grahan 2025: 21 सितंबर को इस साल का दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण घटित होगा. यह सूर्य ग्रहण कन्या राशि में लगेगा. सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को रात 11 बजे से लेकर देर रात 03 बजकर 23 मिनट तक रहने वाला है. यह आंशिक सूर्य ग्रहण होगा और भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक काल मान्य नहीं होगा. धार्मिक दृष्टिकोण से सूर्य ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है. ज्योतिषी का मानना है कि सूर्य ग्रहण का असर सभी राशियों पर पड़ने वाला है, लेकिन इस बार यह विशेष रूप से मिथुन राशि वालों के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है.
सूर्य ग्रहण का मिथुन राशि पर असर
स्वास्थ्य प्रभावित- ग्रहण काल का असर मिथुन राशि के जातकों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक रूप से पड़ सकता है. थकान, तनाव और कोई पुरानी उभर सकती है. खान-पान में लापरवाही न करें और आराम का विशेष ध्यान रखें.
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चिंता और भावुकता- इस अवधि में जातक छोटी-छोटी बातों पर चिंता में घिर सकते हैं. भावनाओं पर नियंत्रण करना कठिन हो सकता है, जिससे मानसिक अस्थिरता महसूस होगी. निजी संबंध में गलतफहमी की वजह से दूरियां पैदा हो सकती हैं. परिजनों के साथ मतभेद होने की संभावना है
क्रोध और अहंकार से नुकसान- मिथुन राशि के जातकों को इस दौरान गुस्से और अहंकार पर विशेष नियंत्रण रखने की जरूरत है. गलत शब्दों के कारण रिश्तों में दरार आ सकती है और कार्यक्षेत्र में विरोध का सामना करना पड़ सकता है. वाद-विवाद से दूरी बनाएं रखें.
सूर्य ग्रहण के समय करें ये काम
चूंकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक काल लागू नहीं होगा. इसके बावजूद कुछ सावधानियां बरतना लाभकारी रहेगा. गर्भवती महिलाएं विशेष सावधानी बरतें. वाणी पर संयम बनाएं रखें. किसी के साथ बेवजह झगड़ा न करें. सूर्य ग्रहण के दौरान भगवान सूर्य की आराधना करें और गायत्री मंत्र का जप करें. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सूर्य ग्रहण के समय दान का विशेष महत्व होता है. ऐसे में इस अवधि में जरूरतमंदों को दान दें.
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