बिहार के मोकामा में जन सुराज कार्यकर्ता और पूर्व प्रत्याशी दुलारचंद यादव की गोली मारकर हत्या के मामले ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है. अब उनके पोते नीरज कुमार ने आज तक से खास बातचीत में बड़ा बयान देते हुए दावा किया है कि उन्होंने अपनी आंखों से देखा कि गोली अनंत सिंह ने ही चलाई थी. वह फिलहाल 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में हैं.
दुलारचंद के पोते नीरज कुमार ने कहा, “मुझे झूठा बताया जा रहा है, लेकिन मैंने पूरी घटना अपनी आंखों से देखी है. अनंत सिंह ने मेरे दादा को खुद अपने हाथ से गोली मारी. अब यह वह बताएंगे कि सीने के बजाय गोली पांव में कैसे लगी, लेकिन गोली उन्होंने ही चलाई थी.”
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नीरज ने बताया कि वह दादा की गाड़ी में नहीं थे, बल्कि पीछे वाली गाड़ी में थे. उन्होंने कहा, “लोगों ने मुझे रोक लिया, मुझे दादा के पास जाने नहीं दिया, लेकिन मैंने खुद देखा, इसलिए कोई इसे झुठला नहीं सकता.”बिहार चुनाव की विस्तृत कवरेज के लिए यहां क्लिक करें बिहार विधानसभा की हर सीट का हर पहलू, हर विवरण यहां पढ़ें
अनंत सिंह पर 15 दिनों पहले धमकी देने का आरोप
नीरज ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “पुलिस और प्रशासन अनंत सिंह को बचाने में जुटे हैं. मेरे दादा को 15 दिन पहले ही धमकी दी गई थी. खुद अनंत सिंह ने फोन कर कहा था कि अगर चुनाव प्रचार से नहीं हटे तो जान से मार देंगे.”
नीरज ने कहा कि बयान में किसी तरह का विरोधाभास सिर्फ इसलिए दिखा क्योंकि वे उस वक्त बेहद नर्वस थे. उन्होंने कहा, “अनंत सिंह के दो-तीन साथियों ने हमारे काफिले को रोका और दादा को गाड़ी से खींचकर बाहर निकाला. प्रशासन को बताना चाहिए कि गोली किसने चलाई और पोस्टमार्टम में जो भी रिपोर्ट हो, लेकिन सच यही है कि गोली मारी गई थी.”
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उन्होंने कहा कि अब वे चुनाव प्रचार से पूरी तरह दूर हैं, लेकिन अपने दादा के लिए न्याय की लड़ाई लड़ेंगे – “जब तक अनंत सिंह को फांसी नहीं होती, मैं चैन से नहीं बैठूंगा.”
अनंत सिंह और उनके सहयोगी हिरासत में भेजे गए
इधर, बिहार पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए जदयू उम्मीदवार अनंत सिंह समेत 80 लोगों को गिरफ्तार किया है. अनंत सिंह और उनके सहयोगी मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम को रविवार देर रात हिरासत में लिया गया और सभी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
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