how to use shilajit correctly to boost strength stamina (photo: freepik)



शिलाजीत को अक्सर एक पावरफुल रेमेडी के रूप में जाना जाता है, जो आपकी ताकत, स्टैमिना और एनर्जी बढ़ाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ज्यादातर लोग इसका सही इस्तेमाल नहीं करते, इसलिए उन्हें इससे फायदा भी नहीं मिलता? असल में समस्या शिलाजीत में नहीं, बल्कि इसे लेने के तरीके में होती है.

आयुर्वेद में शिलाजीत को “रसायन” कहा गया है, जिसका मतलब है शरीर के लिए शक्तिशाली टॉनिक. इसमें फुलविक एसिड और 80 से ज्यादा मिनरल्स होते हैं, जो आपकी बॉडी को नई एनर्जी देते हैं. ये आपकी थकान कम करता है, ब्रेन फंक्शनिंग बढ़ाता है, इम्यूनिटी सुधारता है, टेस्टोस्टरॉन लेवल बढ़ाता है और आपकी हड्डियों और जोड़ों को मजबूत करता है. साथ ही यह एक अच्छा एंटी-एजिंग औषधि भी है.

लेकिन फिर भी ज्यादातर लोग इसका सही फायदा नहीं उठा पाते. आइए जानते हैं लोग शिलाजीत लेते वक्त क्या गलतियां करते हैं.

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1. गलत मात्रा लेना- कई लोग ज्यादा डोज़ लेते हैं या कभी-कभी लेते हैं, कभी भूल जाते हैं. इससे फायदा नहीं होता, बल्कि पैसे और समय दोनों बर्बाद होते हैं. सही डोज़ करीब 300 से 500 मिलीग्राम रोजाना होती है, जो कि कंसिस्टेंसी के साथ लेनी चाहिए.

2. गलत चीजों के साथ लेना- कुछ लोग शिलाजीत को चाय, कॉफी या अल्कोहल के साथ लेते हैं, जो इसके असर को कम कर देते हैं. इसे दूध, गर्म पानी या शहद के साथ लेना चाहिए ताकि इसके गुण बढ़ सकें.

3. धैर्य न रखना- शिलाजीत कोई तुरंत असर देने वाली दवा नहीं है. इसे कम से कम 6 से 8 हफ्तों तक नियमित लेना पड़ता है. कई बार ब्रेन, इम्यूनिटी या एंटी-एजिंग के असर देखने के लिए 3 से 4 महीने भी लग सकते हैं. जल्दबाजी में इसे काम न करने वाला समझना गलत है.

तो शिलाजीत का सही फायदा पाने के लिए जरूरी है सही मात्रा, सही तरीका और धैर्य. साथ ही बाजार में मिलने वाले शुद्ध और प्योर प्रोडक्ट का चुनाव भी जरूरी है. 

शिलाजीत हर उम्र के लिए फायदेमंद है – चाहे आप युवा हों और मसल्स बनाना चाहते हों, या 40-60 की उम्र में अपनी इम्यूनिटी और एनर्जी बढ़ाना चाहते हों. बस इसे सही तरीके से लें और लगातार इस्तेमाल करें, फिर आपको इसके फायदे खुद नजर आने लगेंगे. 
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